लिवर की समस्या से निजात दिलाएँगे ये व्यायाम !!! Exercise for a healthy liver !!
लिवर से सम्बंधित बीमारियों का प्रमुख कारण हमारी बदलती लाइफ़स्टाइल है। लम्बे समय तक शराब पीने की आदत, हिपेटाईटिस B और C, डाईबिटिस, उच्च रक्तचाप, मोटापा, कोलेस्टेरोल का स्तर बढ़ जाना, थाईरॉइड की बीमारी – ये सभी लिवर को ख़राब करने के लिए ज़िम्मेदार हैं। सुस्त जीवनशैली, शारीरिक व्यायाम की कमी और लम्बे समय तक बैठे रहने की आदत का भी लिवर को ख़राब करने में एक बड़ा योगदान रहता है।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए यह ज़रूरी है हम अपने वजन पर नियंत्रण रखें, साफ़ सुथरा और पौष्टिक भोजन खाएँ और एक सक्रिय जीवनशैली अपनाएँ।
किस प्रकार के व्यायाम करने चाहिए ?
१) वॉकिंग/ टहलना : यह एक ऐसा व्यायाम है जो आम-तौर पर सभी लोगों द्वारा बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है। वॉकिंग करने से वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और हड्डियाँ तथा मांसपेशियाँ भी मज़बूत रहती हैं। इसके साथ ही वॉकिंग मानसिक तनाव दूर करने का भी एक अच्छा माध्यम है।
२) एरोबिक व्यायाम (छाती की ऑक्सिजनन क्षमता बढ़ाने वाले व्यायाम) : इसमें साइक्लिंग, तैराकी तथा डान्स (जैसे ज़ुम्बा) आदि शामिल हैं। प्राणायाम ( अनुलोम-विलोम) भी इसी श्रेणी में आता है। इनसे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी मिलती है और इन्फ़ेक्शन होने का ख़तरा कम हो जाता है।
३) स्ट्रेंथनिंग व्यायाम (मांसपेशियों की ताक़त बढ़ाने वाले व्यायाम) : इसमें जिम जाकर किए जाने वाले व्यायाम शामिल हैं। इनसे मांसपेशियों की ताक़त बढ़ती है और ये व्यायाम लिवर में से चर्बी (फ़ैट) की मात्रा कम करने में मदद करते हैं।
एरोबिक व्यायाम तथा स्ट्रेंथनिंग व्यायाम दोनों को ही थोड़ी-थोड़ी देर करें। हफ़्ते में पाँच दिन कम से कम ३० से ४५ मिनट तक व्यायाम करना चाहिए।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए यह ज़रूरी है हम अपने वजन पर नियंत्रण रखें, साफ़ सुथरा और पौष्टिक भोजन खाएँ और एक सक्रिय जीवनशैली अपनाएँ।
किस प्रकार के व्यायाम करने चाहिए ?
१) वॉकिंग/ टहलना : यह एक ऐसा व्यायाम है जो आम-तौर पर सभी लोगों द्वारा बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है। वॉकिंग करने से वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और हड्डियाँ तथा मांसपेशियाँ भी मज़बूत रहती हैं। इसके साथ ही वॉकिंग मानसिक तनाव दूर करने का भी एक अच्छा माध्यम है।
२) एरोबिक व्यायाम (छाती की ऑक्सिजनन क्षमता बढ़ाने वाले व्यायाम) : इसमें साइक्लिंग, तैराकी तथा डान्स (जैसे ज़ुम्बा) आदि शामिल हैं। प्राणायाम ( अनुलोम-विलोम) भी इसी श्रेणी में आता है। इनसे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी मिलती है और इन्फ़ेक्शन होने का ख़तरा कम हो जाता है।
३) स्ट्रेंथनिंग व्यायाम (मांसपेशियों की ताक़त बढ़ाने वाले व्यायाम) : इसमें जिम जाकर किए जाने वाले व्यायाम शामिल हैं। इनसे मांसपेशियों की ताक़त बढ़ती है और ये व्यायाम लिवर में से चर्बी (फ़ैट) की मात्रा कम करने में मदद करते हैं।
एरोबिक व्यायाम तथा स्ट्रेंथनिंग व्यायाम दोनों को ही थोड़ी-थोड़ी देर करें। हफ़्ते में पाँच दिन कम से कम ३० से ४५ मिनट तक व्यायाम करना चाहिए।
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